Dark Side of Bollywood: इन लोगों ने बॉलीवुड के काले सच का पर्दाफाश किया, आप जानकर हैरान हो जाएंगे।

इन लोगों ने बॉलीवुड की सच्चाई बतायी। कैसे फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटीसम, रेप, शोषण, भेदभाव, जलन और गुंडागर्दी चलती है।

कंगना रानावत ने बताया, कैसे बॉलीवुड में रेप करके रोटी देते हैं। 

kangana ranaut

कंगना रानावत एक मश्हूर हिरोइन होने के साथ-साथ बॉलीवुड की आलोचना करने और अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने के लिए जानी जाती है। चाहे वो बॉलीवुड के खान पर तंज कसना हो या हाल ही में जया बच्चन को लड़ाकू मुर्गा कहने वाला ब्यान हो। 

रानावत ने न्यूज 18 के एक इंटरव्यू में बताया था कि किस तरह बॉलीवुड पुरुष प्रधान इंडस्ट्री है। यहां पर बड़े ऐक्टर महिलाओं का शोषण करते है। वे उन्हें डिनर पर बुलाते है, मैसेज करते है और कई बार उन्हें घर पर बुलाते है। रानावत ने आगे बताया कि जिस तरह कॉलेज में लड़के लडकियों को छेड़ते है, उनके शरीरिक अंगों पर टिप्पणियां करते है। उसी तरह बॉलीवुड में हीरो हो या डायरेक्टर लडकियों पर अभद्र टिप्पणियां करने से नहीं चूकते। 

रानावत ने मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान के ब्यान ब्यान का भी हवाला दिया। उन्होंने बताया कि जब एक बार सरोज खान से पूछा गया कि क्या बॉलीवुड में लडकियों के रेप होते है। तब सरोज खान ने कहा था कि वो रेप करते है, लेकिन रोटी भी देते है। 

प्रियंका चोपड़ा ने बताया, कैसे हीरो की गर्लफ्रेंड को फायदा मिलता है। 

priyanka chopra

आज प्रियंका चोपड़ा भारत की सबसे कामयाब हिरोइन मानी जाती है, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब चोपड़ा को बॉलीवुड में भेदभाव का सामना करना पड़ा था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वे एक आम परिवार से आती है और उनके माता पिता दोनों ही भारतीय सेना में डॉक्टर की नौकरी करते थे। वे किसी बड़े स्टार या डायरेक्टर की बेटी नहीं थी। इसलिए कई बार उन्हें फ़िल्मों से किसी हीरो या डायरेक्टर की गर्लफ्रेंड से प्रतिस्थापित कर दिया जाता था। चाहे उन लडकियों को ऐक्टिंग न आती हो, उन्हें बड़े हीरो या डायरेक्टर का सपोर्ट मिलता था। यह एक तरह की प्रताड़ना ही थी। उन्होंने बॉलीवुड में काफी भेदभाव और राजनीति का सामना किया है। 

मनोज बाजपेयी ने बताया, बॉलीवुड में गैंगस्टर का राज 

manoj bajpai

मनोज बाजपेयी बिहार के एक आम परिवार से आते है, बाजपेई ने फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटीसम और पक्षपात पर अपना पक्ष रखते हुए बताया था कि बॉलीवुड में बाहर से आने वालों को दूसरा मौका नहीं दिया जाता। जबकि किसी बड़े स्टार या डायरेक्टर के परिवार वालों को यहां अनेक मौके मिलते है। उन्होंने बॉलीवुड में गैंगस्टर समूहों का काफी ज्यादा प्रभाव है, यहां काम सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलता है। जो उनके जान-पहचान वाले है। जबकि बाहर से आने वाले आम इंसान को काम मिलना बहुत मुस्किल और संघर्ष से भरा है। अगर बाहरी व्यक्ति को बॉलीवुड में काम चाहिए तो उसे बड़े लोगों की मेहरबानी के लिए उनके सामने झुककर रहना पड़ता है। 

इशा गुप्ता ने बताया, बॉलीवुड में रंगभेद की परेशानी 

isha gupta

अपने एक इंटरव्यू में ईशा गुप्ता ने भी माना कि बॉलीवुड में भेदभाव आम बात है। यहाँ पर रंग-रूप तक में भेदभाव किया जाता है। उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें रंग को गौरा करने वाले इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी जाती है। उन्होंने लोगों की बातों में आकर इंजेक्शन की कीमत पता की थी, जो ₹9000 प्रती इंजेक्शन है। 

यहां तक कि उनका मेकअप आर्टिस्ट भी उनका लाइट मेकअप करने की कोशिश करता है। जिससे उनका रंग गौरा दिख सके। इसके अलावा वो ऐक्टर भी उनके गहरे मेकअप पर टिप्पणियां करते है और थोड़ा हल्का मेकअप करने की सलाह देते है। ताकि वह गोरी दिखे। उनके पक्के रंग के कारण उन्हें गौरी हिरोइन के मुकाबले कम रोल मिलते है या फिर सेक्सी आइटम वाले रोल मिलते है। 

महिमा चौधरी ने बताया, क्यों बॉलीवुड में हिरोइन वर्जिन होनी चाहिए 

mahima chaudhary

महिमा चौधरी ने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के प्रति सोच पर कटाक्ष करते हुए बताया कि यहां लोगों की सोच यह है कि अगर हिरोइन किसी को डेट कर रही है तो उसका करिअर गया, अगर हिरोइन ने शादी कर ली तो उसका करिअर फिल्म इंडस्ट्री में खत्म माना जाता है। 
फिल्म इंडस्ट्री में पुरुष चाहे विवाहित हो या डेट कर रहा हो कोई खास फर्क नहीं पड़ता। वहीं यहाँ हिरोइन वर्जिन होनी चाहिए, उसका किसी से अफेयर नहीं होना चाहिए। इस तरह का भेदभाव फिल्म इंडस्ट्री में शुरू से ही देखने को मिलता है। लेकिन अब समय के साथ कुछ बदलाव भी हुए है।

तपसी पानु ने बताया, बॉलीवुड में लिंग के आधार पर फीस देते है 

Tapsi panu

तपसी पानु भी एक आम परिवार से बॉलीवुड में कामयाब होने वाली महिला है। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में उनके साथ हुए भेदभाव और हिरोइन को कम फीस में काम करवाने को लेकर अपना अनुभव साँझा किया है। 
एक बार उन्हें केवल इसलिए रिप्लेस कर दिया गया था, क्योंकि हीरो की पत्नी को वह पसन्द नहीं। एक बार तो सब डॉक्यूमेंट साइन होने के बाद अचानक सब बंद कर दिया गया था। वहीं दूसरी तरफ हिरोइन को मिलने पैसे भी हीरो से कम मिलते है। क्योंकि डायरेक्टर का मानना है कि बड़े हीरो ही फिल्म को हिट करने में अहम भूमिका अदा करते है। जबकि हिरोइन की भूमिका इतना प्रभाव नहीं डालती। 

ए. आर. रहमान ने बताया, कैसे ऑस्कर जीतना बना बर्बादी का कारण और वो लोगों की जलन के शिकार हुए। 

a.r. rahman

मशहूर सिंगर ए. आर. रहमान जब ऑस्कर विजेता बने, तो यह भी बॉलीवुड के कुछ लोगों को पसन्द नहीं आया। उन्होंने रहमान के खिलाफ झूठी अफवाहें फैलानी शुरू कर दी। जिससे रहमान को फिल्म इंडस्ट्री में काम मिलना काफी हद तक कम हो गया। फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने ए. आर. रहमान को कहा था कि " रहमान तुम्हें पता है तुम्हारी क्या गलती है, तुमने ऑस्कर जीता। ऑस्कर जीतना मौत को चूमने जैसा है।"

ए. आर. रहमान ने भी जवाब में कहा था खोया हुआ पैसा वापस आ जाता है, शोहरत वापस आ जाती है, लेकिन हमारी ज़िंदगी का बर्बाद हुआ सुनहरा पल कभी वापस नहीं आता। शांति! चलो अब आगे बढ़ते हैं। 

निष्कर्ष : बॉलीवुड में जिंदगी जैसी टेलीविजन और इन्टरनेट पर चमकती हुई दिखती है, अस्ल में इसका बिल्कुल उल्टा है। फिल्म इंडस्ट्री कई काले अंधेरों से भरी हुई है। जिसका सच बहुत मुस्किल बाहर आ पाता है। क्योंकि ज्यादतर घटनाएं पैसे और पॉवर के नीचे दबा दी जाती है। यहां रेप भी होते है, यहां भेदभाव भी होते है, यहां लोग एक दूसरे की कामयाबी से जलते भी है और यहां संघर्ष कर रहीं महिलाओं का फायदा उठाने की भी कोशिश की जाती है। 

अस्वीकरण : इस आर्टिकल में जितनी भी जानकारी दी गयी है, यह हिन्दुस्तान टाइम्स और द टाइम्स ऑफ इंडिया जैसे विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट से इकट्ठी की गयी है। इन सभी घटनाओं व बयानों के आर्टिकल इन न्यूज वेबसाइट पर मिल जाएंगे।

गगनदीप चौधरी को एन्टर्टेन्मन्ट, ऑटो मोबाइल से सम्बन्धित जानकारी बहुत पसन्द है। वह पिछले 5 साल से ब्लॉगर की भूमिका निभा कर जानकारी साँझा करते आए है।
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