आज जसविंदर भल्ला का अंतिम संस्कार हुआ।
आज 23 अगस्त को दोपहर 1:00 बजे पंजाबी कॉमेडियन जसविंदर भल्ला जी का अंतिम संस्कार होगा। उनकी अंतिम विदाई पर लाखों की भीड़ उमड़ चुकी है, उनके चाहने वालों की आंखे नम है। सभी आज सुबह से ही मोहाली के सेक्टर 57 के श्मशान घाट पहुंचे हुए है। उनके फैन्स के अलावा कुछ मशहूर सितारे और सिंगर भी सुबह से मोहाली के सेक्टर 57 में मौजूद है, जिनमे गिपी ग्रेवाल, हैप्पी राईकोटी, निरु बाजवा सोनम बाजवा, युवराज हंस, राणा रणबीर, देव खरौद, बिन्नू ढिल्लों, गुरप्रीत गुग्गी शामिल है। इसके अलावा बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों जैसे कि अक्षय कुमार, सुनील ग्रोवर, कपिल शर्मा ने सोशल मीडिया पर दुख जाहिर किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान भी भल्ला को श्रद्धांजलि अर्पित की और दुख प्रकट किया।
परिवार ने निधन के अगले दिन अंतिम संस्कार करने का फैसला किया था। ताकि उनके चाहने वाले और उनकी बेटी जो दस दिन पहले ही यूरोप गयी थी रस्मों के लिए लौट सके और उनके आखिरी दर्शन कर सके।
जसविंदर भल्ला का निधन कैसे हुआ ?
जसविंदर भल्ला का निधन पंजाब इंडस्ट्री और परिवार के लिए काफी दुःखद है। जानकारी के अनुसार, भल्ला का निधन 22 अगस्त सुबह 4:00 बजे हुआ था। निधन का कारण ब्रैन स्ट्रोक बताया जा रहा है, जिसका पता 20 अगस्त को अचानक भल्ला का स्वास्थ खराब होने पर उन्हें मोहाली के प्राइवेट अस्पताल फोर्टिस में दाखिल करने पर चला। जानकारी के अनुसार, भल्ला का स्वास्थ काफी समय से सही नहीं था, उन्हें दिल की बीमारी और डायबिटीज थी। इसी कारण उन्होंने कई फ़िल्मों के ऑफर स्वीकार नहीं किए थे। अब भल्ला 65 साल के हो चुके थे।
जसविंदर भभल्ला कौन है ?
जसविंदर भल्ला का जन्म 4 मई 1960 को दोराहा में हुआ था। पंजाबी संगीत और फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले वे एक पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर काम करते थे। अपने यूनिवर्सिटी कैरियर की शुरुआत उन्होंने 1989 में की थी और 2020 में रिटायर्मेंट तक यह काम किया था। वे यूनिवर्सिटी की तकनीकों से किसानों की सहायता करते थे। उन्होंने अपनी रिटायर्मेंट के बाद भी PAU के लिए ब्रांड एंबेसडर का काम किया और यूनिवर्सिटी को ज्यादा से ज्यादा किसानों से जोड़ने की कोशिश की।
जसविंदर भल्ला ने अभिनेता के तौर पर करिअर 1988 की कॉमेडी सीरीज छंकार्टा से किया, इसके बाद उनकी पहली फिल्म 1998 में दूल्ला भट्टी थी। लेकिन फिल्म इंडस्ट्री और लोगों के दिलों में असली पहचान जसपाल भट्टी की व्यंग्यात्मक फिल्म "महौल ठीक है" से मिली। इसके बाद अपने 30 साल के फिल्म करिअर में उन्होंने बहुत सारी फ़िल्मों में काम किया। उन फ़िल्मों के नाम इस प्रकार है।
- जिह्ने मेरा दिल लुटेया (2011)
- पावर कट (2012)
- जट्ट एयरवेज (2013)
- डैडी कूल मुंडे फूल (2013)
- मिस्टर एंड मिसेज 420 (2014)
- मिस्टर एंड मिसेज 420 रिटर्न्स (2018)
- सरदार जी (2015)
- सरदारजी 2 (2016)
- मर गए ओए लोको (2018)
- जिन्ने जम्मे सारे निकम्मे (2021)
- शिंदा शिंदा नो पापा (2024)